स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता निबंध संस्कृत में। Swabhav Swachhta Sanskar Swachhta

“स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता निबंध”

१) मानवजीवने स्वच्छतायाः विशेषं महत्त्वम् अस्ति ।

२) मानवस्वास्थ्यस्य कृते स्वच्छता अतीव महत्त्वपूर्णा अस्ति।

३) स्वच्छताप्रवर्धनार्थं भारते स्वच्छता-अभियानानां सक्रियभूमिका वर्तते।

४) अस्मिन् वर्षे “स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता” भारतसरकारेण प्रारब्धः महत्त्वपूर्णः अभियानः अस्ति ।

५) अस्य अभियानस्य उद्देश्यं भारतस्य नागरिकान् स्वच्छतायाः विषये अवगतं कर्तुं वर्तते।

६) स्वच्छभारतमिशनस्य दशमवर्षस्य अवसरे १७ सितम्बरतः २ अक्टूबरपर्यन्तं अयं अभियानः चालितः भविष्यति।

७) स्वच्छता-अभियानस्य जनसहभागिता प्रोत्साहयितुं अस्य अभियानस्य उद्देश्यम् अस्ति ।

८) अस्य अभियानस्य अन्तर्गतं देशे २ लक्षं मलिनस्थानानि स्वच्छानि क्रियन्ते ।

९) “स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता” इत्यस्य अर्थः यत् भारतस्य नागरिकानां जीवने स्वच्छतायाः आदतेः स्वाभाविकतया विकासः।

१०) यदा देशस्य नागरिकाः स्वाभाविकतया स्वच्छतायाः आदतं विकसयन्ति तदा एषा आदतिः तेषां मूल्यानां भागः भविष्यति।

११) अभियानेन प्रभाविता स्वच्छता अस्माकं भारतीयानां प्रकृतेः मूल्यानां च भागः भविष्यति।

१२) एवं प्रकारेण वयं स्वच्छं समृद्धं च भारतं निर्मातुं समर्थाः भविष्यामः।

हिंदी अनुवाद –

1) मानव जीवन के लिए स्वच्छता का एक विशेष महत्व है।

2) स्वच्छ रहना मानव स्वास्थ्य के लिए बहुत ही आवश्यक होता है।

3) स्वच्छता की इसी आदत को बढ़ावा देने के लिए भारत में स्वच्छता अभियान सक्रिय भूमिका निभाता है।

4) इस वर्ष सन 2024 में “स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता” भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया एक महत्वपूर्ण अभियान है।

5) इस अभियान का उद्देश्य भारत के नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है।

6) यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर 17 सितंबर से 2 अक्टूबर सन 2024 तक चलाया जाएगा।

7) अभियान का लक्ष्य स्वच्छता अभियान में जन भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।

8) अभियान के अंतर्गत देश के 2 लाख गंदे स्थानों की साफ सफाई की जा रही है।

9) स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता से तात्पर्य भारत के नागरिकों के जीवन में स्वच्छ रहने की आदत को स्वाभाविक रूप से विकसित करना है।

10) जब देश के नागरिकों में स्वच्छता की आदत स्वाभाविक रूप से ही होगी तो यह आदत उनके संस्कारों में आ जाएगी।

11) अभियान से प्रभावित होकर स्वच्छता हम भारतवासियों के स्वभाव और संस्कारों का हिस्सा बनेगी।

12) इस प्रकार से हम एक स्वच्छ और साफ सुथरे समृद्ध भारत का निर्माण कर पाएंगे।

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