नमस्कार दोस्तों! हमारा देश भारत प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस मनाता है। गणतंत्र दिवस के दिन हमारे देश भारत का अपना संविधान लागू हुआ था। आज की इस पोस्ट में हम गणतंत्र दिवस पर प्रभावशाली भाषण लेकर आए हैं। इस भाषण को हम तारों के साथ प्रभावशाली तरीके से तैयार करेंगे।
“गणतंत्र दिवस पर भाषण”
आदरणीय प्रधानाचार्य जी सभी शिक्षक गण और मेरे प्यारे दोस्तों…! सर्वप्रथम आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! आज हम सभी यहां पर अपने देश भारत का 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए हैं।
“गणतंत्र का यह पावन दिन गौरव की अनुभूति कराए,
संविधान हमारा विश्वपटल पर देश की गरिमा बढ़ाए।”
आज का यह दिन एक ऐतिहासिक दिन है जिसे हम सभी भारतवासी बड़े ही उत्साह और गौरव के साथ मनाते हैं। गणतंत्र दिवस का पावन दिन भारतीय लोकतंत्र की ताकत और राष्ट्र के गौरव का प्रतीक है।
26 जनवरी सन 1950 को हमारे भारत देश का अपना संविधान लागू किया गया था, जिसमें भारत देश को संप्रभु, लोकतांत्रिक और गणतांत्रिक राष्ट्र घोषित किया गया था। इसीलिए हम प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी के दिन को बड़े ही गौरव के साथ मनाते हैं। यह दिन हमें संविधान द्वारा प्रदत्त अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का भी स्मरण दिलाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमें लोकतंत्र द्वारा बताए गए मार्ग पर चलकर अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए देश की प्रगति में अपना योगदान अवश्य देना चाहिए।
26 जनवरी के इस दिन में हमें हमारा संविधान दिया था, जो विविधता से भरे भारत देश में हमें सम्मान के साथ जीने का हक देता है। हमारा संविधान देश के हर नागरिक को अपने अनुसार जीवन जीने का अधिकार देता है। हमारा संविधान ही हमें यह अधिकार देता है कि हम अपने विचारों को पूर्ण स्वतंत्रता के साथ सामने रख सकते हैं। हमारा संविधान हमें समानता, स्वतंत्रता और सुरक्षा का अधिकार भी प्रदान करता है।
अनेकता में एकता की धारणा पर चलने वाले भारत देश में विभिन्न भाषाओं, संस्कृतियों, धर्म और परंपराओं को मानने वाले लोग एकता के साथ रहते हैं। हमारी एकता ही हमें एक मजबूत राष्ट्र बनाती है। हमारी एकता ही हमारी पहचान है, जिसे हम देश के संविधान के बल पर ही कायम रख पाए हैं।
लोकतंत्र का यह पावन दिन हमें देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की भी याद दिलाता है। असंख्य वीर शहीदों ने अपने प्राणों की परवाह न करते हुए देश के आजादी हेतु अपने प्राण न्योछावर कर दिए, उन्हीं के कारण यह दिन देश को देखने को मिला। फिर शहीदों को यह बलिदान हमें प्रेरणा देता है कि हम इस स्वतंत्रता को आगे भी बनाए रखें।
गणतंत्र दिवस के इस पावन दिवस पर आज हम सभी संविधान के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता हेतु पुनः शपथ लेते हैं, कि हम सभी नागरिक देश के प्रति अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे, समाज में शांति और सद्भावना को बनाए रखेंगे और देश के विकास हेतु निरंतर प्रयत्नशील रहेंगे। हम सभी यह शपथ लेते हैं कि संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों का गलत प्रयोग नहीं करेंगे और संविधान के प्रति अपने कर्तव्यों को पूर्ण निष्ठा के साथ हमेशा निभाएंगे और राष्ट्र की प्रगति हेतु हमेशा कार्यरत रहेंगे।
“देश को विकास की बुलंदियों तक लेकर जाना है,
भारतीय नागरिक होने का कर्तव्य हमें निभाना है।”
इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी वाणी को यहीं विराम देता हूं एक बार पुनः आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!
धन्यवाद! जय हिंद! जय भारत!
इस तरह से आप गणतंत्र दिवस पर भाषण तैयार कर सकते हैं। आशा है आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी। अगर यह भाषण आपके लिए हेल्पफुल हो तो आप इसे अपने मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। इस पोस्ट से रिलेटेड अगर आपके कुछ सुझाव हैं तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं धन्यवाद!