परिश्रम का महत्व निबंध हिंदी में। Parishram ka mahatva nibandh

नमस्कार दोस्तों! मनुष्य जीवन में परिश्रम का बहुत महत्व होता है। एक अच्छे जीवन यापन के लिए हमें जीवन में परिश्रम करना ही पड़ता है। परिश्रम के बल पर हम अपने जीवन में ऊंचे से ऊंचे स्तर पर पहुंच सकते हैं। आज की पोस्ट में हम परिश्रम का महत्व पर निबंध हिंदी में लिखना सीखेंगे। इस निबंध को हम स्लोगंस और हेडिंग के साथ प्रभावशाली तरीके से लिखना सीखेंगे जिससे कि पढ़ने वाले पर हमारे निबंध का अच्छा प्रभाव पड़े। तो आइए देखते हैं।

“सफल व्यक्ति की यह पहचान,
परिश्रम के बल पर हम बने महान।”

प्रस्तावना –
हमारे जीवन में परिश्रम का बहुत अधिक महत्व होता है। परिश्रम को सफलता की कुंजी माना जाता है। परिश्रम किए बिना मनुष्य जीवन निरर्थक हो जाता है। परिश्रम किए बिना तो हम भोजन तक ग्रहण नहीं कर सकते। हमें जीवन यापन हेतु परिश्रम करना ही पड़ता है। अगर हमें अपने जीवन में उन्नति और विकास चाहिए तो परिश्रम करना बहुत ही जरूरी है। जितने भी महापुरुष हुए हैं वे सब परिश्रम के बल पर ही अपने जीवन में उच्च स्तर तक पहुंच पाए हैं।

परिश्रम से अभिप्राय –
परिश्रम से अभिप्राय है जीवन को विकास और नवीन रचना की ओर लेकर जाना। परिश्रम मनुष्य मात्र के लिए बेहद आवश्यक है। जितना आवश्यक जीवन में परिश्रम करना है उतना ही आवश्यक परिश्रम का सही दिशा में होना होता है। व्यर्थ में किया गया परिश्रम निरर्थक सिद्ध हो जाता है। सही दिशा में किया गया परिश्रम ही जीवन में उन्नति के मार्ग प्रशस्त करता है। परिश्रम के सहारे ही कोई भी देश उन्नति और विकास के पथ पर अग्रसर होता है।

परिश्रम का महत्व –
जीवन में उत्थान के लिए परिश्रम करना बहुत जरूरी है। अगर हमें जीवन में ऊंचा उठाना है यश की प्राप्ति करनी है तो उसके लिए श्रम का ही सहारा लेना पड़ेगा। परिश्रम करके हम कठिन से कठिन कार्य को संपन्न कर सकते हैं। स्वयं भगवान श्री कृष्ण भी कर्म के सिद्धांत को बताते हैं। कर्म करने वाले का तो भाग्य भी साथ देता है। जो व्यक्ति कर्म नहीं करता, वह जीवन में कभी भी सफल नहीं हो सकता। पर्वतारोही भी परिश्रम करके ऊंची से ऊंची चोटी पर फतेह प्राप्त कर लेते हैं। परिश्रम के बल पर हम मनुष्य अपने जीवन में किसी भी लक्ष्य को निर्धारित कर विजय प्राप्त कर सकते हैं। जिस प्रकार चीटियां अपने अस्तित्व के लिए दिन-रात परिश्रम करती हैं, इस प्रकार हम मनुष्य भी परिश्रम करके जीवन में हर कठिन मुकाम को प्राप्त कर सकते हैं। अतः हम सभी को जीवन में परिश्रम के महत्व को समझना चाहिए और परिश्रम और लगन के साथ जीवन को सफलता की ओर लेकर जाना चाहिए।

उपसंहार –
परिश्रम एक बहुमूल्य पूंजी है। यह सफलता का आधार है। किसी भी व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के विकास और उन्नति में परिश्रम का बहुत महत्व होता है। एक परिश्रमशील व्यक्ति पूरे समाज में सम्मान को पाता है। परिश्रमी व्यक्ति स्वावलंबी होता है। स्वावलंबन और परिश्रम के बल पर व्यक्ति बड़े से बड़े लक्ष्य को भी हासिल कर सकता है। परिश्रमी व्यक्ति दृढ़ निश्चयी होता है और अपने निर्णयों पर अडिग होता है। ऐसा व्यक्ति हार कर भी कभी नहीं हारता और अपनी मंजिल को पाकर ही रहता है। हम सभी को अपने जीवन में परिश्रम को अपनाकर अपने जीवन के स्तर को ऊंचा उठाना चाहिए। परिश्रमी बनकर हम अपने देश की उन्नति में भी भागीदार बन सकते हैं। अतः जीवन में परिश्रम करना बहुत ही आवश्यक है।

“निरंतर परिश्रम हमेशा करना,
हर मुकाम को हासिल करना।”

इस तरह से आप परिश्रम का महत्व पर निबंध तैयार कर सकते हैं यह निबंध आपको कैसा लगा आप हमें कमेंट करके अवश्य बताएं। इस पोस्ट से संबंधित यदि आपके कुछ सुझाव है तो आप हमें वह भी कमेंट करके बता सकते हैं धन्यवाद!

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