नमस्कार दोस्तों! आज की पोस्ट में हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर हिंदी भाषा में निबंध लिखना सीखेंगे। Beti bachao Beti padhao भारत सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं में से एक है, जो जो बेटियों के लिए बेहतर स्वास्थ्य एवं बेहतर शिक्षा के अवसर प्रदान करती है। आज हम इसी विषय पर एक प्रभावशाली निबंध तैयार करना सीखेंगे तो आइए शुरू करते हैं –
“बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”
“बेटी है कुदरत का अनमोल उपहार,
जीने और पढ़ने का उसको भी दो अधिकार।”
प्रस्तावना –
हमारा देश भारत आज हर क्षेत्र में लगातार विकास कर रहा है। देश के इस विकास में देश की बेटियां भी एक अहम भूमिका निभा रही हैं। वर्तमान में हमारे देश भारत की बेटियां हर ऊंचे मुकाम को हासिल कर अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर रही हैं। आज देश की बेटियां एवं महिलाएं राजनीति से लेकर उद्योग, खेल और अंतरिक्ष तक अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी हैं।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना क्या है ? –
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना भारतीय सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण एवं विशेष योजना है, जो महिलाओं और बेटियों के कल्याण हेतु कार्यरत है। इस योजना के द्वारा लैंगिक असमानता और कन्या भ्रूण हत्या जैसी समस्याओं का भी समाधान किया जा रहा है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत एवं उद्देश्य –
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को प्रधानमंत्री महोदय श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा की गई थी। योजना का उद्देश्य समाज में बेटियों की स्थिति को सुधारना और बेटियों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना बेटियों के भविष्य और कल्याण के लिए कार्यरत है यह योजना भारत में लैंगिक असमानता को समाप्त कर बालिकाओं को बेहतर शिक्षा के अवसर प्रदान करती है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की आवश्यकता क्यों?-
आज भारत देश की बेटियां बेटों के समान कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं। किंतु फिर भी आज भी बेटियों को संरक्षण की आवश्यकता है। कहीं ना कहीं आज भी बेटियां बेटों के समान अधिकारों से वंचित दिखाई देती हैं। इसे हम सामाजिक दोष कहें या फिर भारतीय संस्कृति का विकृत रूप समझें…? घरों से लेकर समाज तक आज भी बेटियां अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष करती हुई दिखाई दे ही जाती हैं। भारत में आज भी बहुत से घरों में बेटे के जन्म पर इतनी खुशियां नहीं मनाई जाती जितनी कि एक बेटे के जन्म पर मनाई जाती हैं। बेटियों को बेटों के मुकाबले कम ही पढ़ाया जाता है और उनका जल्दी विवाह कर दिया जाता है, जिस कारण बेटियां आत्मनिर्भर नहीं बन पाती हैं और उनके स्वप्न जिम्मेदारियां के बोझ तले दबकर रह जाते हैं। इसी कारण देश में कन्या भ्रूण हत्या जैसे मामले भी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। इन्हीं सब कारणों से देश में एक ऐसी योजना की बेहद आवश्यकता है जो बेटियों के संरक्षण के लिए और उनके एक बेहतर भविष्य के लिए कार्य कर सके।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का प्रभाव –
भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना का देश और समाज पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस योजना के द्वारा बेटियों के विकास और शिक्षा पर विशेष जोर दिया गया और उन्हें बेहतर शिक्षा के विकल्प उपलब्ध कराए गए। जिससे समाज में बेटियों के और महिलाओं के स्तर में सुधार आया है।
उपसंहार –
आज देश की महिलाएं घर के कामकाज के साथ-साथ बाहर भी कार्य कर रही हैं। आज देश की महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। निश्चित रूप से सरकार द्वारा लाई जा रही महिला एवं बाल विकास की योजनाओं का असर साफ-साफ दिखाई दे रहा है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाएं देश को और समाज को तरक्की की ओर लेकर जा रही हैं। आज भारतीय समाज में भी बेटियों की परवरिश बेटों के सामान की जाने लगी है आज देश की बेटियां किसी भी मामले में बेटों से काम नहीं है एक ग्रहणी से लेकर राष्ट्रपति तक के पद को देश की बेटियां सुशोभित कर रही हैं। देश की बेटियां माता-पिता, परिवार के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन कर रही हैं।
“बेटी अगर बचाएंगे बेटी अगर पढ़ाएंगे,
तो अपने देश भारत को विश्व गुरु बनाएंगे।”
इस प्रकार से आप बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर निबंध हिंदी में तैयार कर सकते हैं। Beti bachao Beti padhao विषय पर यह निबंध आपको कैसा लगा आप हमें कमेंट करके अवश्य बताएं। अगर यह निबंध आपके लिए हेल्पफुल होता है तो आप इसे अपने मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें। इस पोस्ट से संबंधित यदि आपके कुछ सुझाव हैं तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। धन्यवाद!