लोहड़ी पर कविता
नए साल को लेकर संग,
खुशियों की सौगात लाई।
लोहड़ी आई, लोहड़ी आई,
सब लोगों को खूब बधाई।।
सुंदरी मुंदरी के गीतों ने,
फिर से है धूम मचाई।
ढोल की थाप पे नाच नाच के
सबने खूब रौनक लगाई।।
कप-कपाती सर्दी से,
थोड़ी सबने राहत पाई।
नववर्ष की नई उमंग से
महफिल आज खूब सजाई।।
मूंगफली, गज्जक, रेवड़ी की
मिठास सबको खूब भाई।
घर में बच्चे के जन्म की
मिलकर सबने खुशी मनाई।।
लोहड़ी जलाकर गीत गाकर
इक दूजे को दी बधाई।
नवयुगल पर बड़े बुजुर्गों ने
आशीषों की झड़ी लगाई।।
करें दुआ सब अगले साल भी
खुशियों भरी ये शुभ घडी आए।
नाचें गाएं गाकर सब…….
लोहड़ी आई, लोहड़ी आई,
सब लोगों को खूब बधाई।।