नमस्कार दोस्तों! आज की पोस्ट में हम स्वर्णिम भारत पर निबंध लिखना सीखेंगे। इसमें Swarnim Bharat par nibandh को नारों और हेडिंग के साथ प्रभावशाली तरीके से तैयार किया गया है।
“स्वर्णिम भारत पर निबंध”
“संपूर्ण विश्व में होगा वर्चस्व, सम्मान मिलेगा अप्रतिम।
अपना प्यारा देश भारत, बनेगा समृद्ध और स्वर्णिम।”
प्रस्तावना –
प्राचीन समय से ही हमारा देश भारत समृद्ध और खुशहाल देश माना जाता है। भारत ऋषि मुनियों की पवित्र भूमि कही जाती है। बहुत से महान पुरुषों ने भारत भूमि पर जन्म लिया और भारत माता की गरिमा की रक्षा हेतु अनेक महान कार्य किए। मध्य के कुछ समय में देश ने बहुत से उतार-चढ़ावों का सामना किया किंतु हार ना मानते हुए देश फिर से अपने स्वर्णिम ताज को पाने हेतु निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है।
हमारा भारत, महान भारत –
हमारे देश भारत का नाम दुष्यंत पुत्र भरत के नाम पर रखा गया था, जो एक प्रतापी राजा थे। भारत शब्द का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता है। स्वयं भगवान भी भारत भूमि पर ही अवतरित हुए थे। भारत देश में अनेक महान हस्तियों का जन्म हुआ है। भारत ने ही दशमलव और शून्य से दुनिया को परिचित कराया था। योग साधना और भक्ति का मार्ग भारत ने ही दुनिया को दिखाया था। भौगोलिक दृष्टि से अगर देखा जाए तो भारत एक बेहद खूबसूरत देश है। अपनी समृद्ध संस्कृति और महान इतिहास के कारण देश विश्व पटल पर एक अलग ही पहचान रखता है। भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत विश्व प्रसिद्ध है। भारत ही एक ऐसा देश है जहां हर एक धर्म का सम्मान किया जाता है। सदैव धर्म के मार्ग पर चलने वाला भारत देश वसुदेव कुटुंबकम की अवधारणा को मानता है।
स्वर्णिम युग की ओर बढ़ता भारत –
प्राचीन काल से ही सोने की चिड़िया कहा जाने वाला हमारा देश भारत आज विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी की मदद से देश ने हर एक क्षेत्र में तरक्की की है। आज देश हर एक क्षेत्र में विश्व के बड़े से बड़े देश को टक्कर दे रहा है। स्वाभिमान से भरा हमारा देश भारत आज पूर्णतया आत्मनिर्भर बनने हेतु हर संभव प्रयास कर रहा है। स्वतंत्रता के बाद देश के सामने बहुत सी चुनौतियां आई। देश के अर्थव्यवस्था लगभग खत्म हो ही चुकी थी। लेकिन देश फिर से उठा और हिम्मत कर धीरे-धीरे विकास रूपी डोर को थामे हुए निरंतर आगे बढ़ता ही रहा। विकासशील से विकसित बनने का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं है लेकिन फिर भी हमारा भारत देश विश्वगुरु के लक्ष्य को निर्धारित कर अर्जुन की भांति एकाग्र है।
आज भारत में बुनियादी स्तर पर विकास किया जा रहा है। आज देश में बुनियादी शिक्षा का स्तर सुधरा है। किताबी ज्ञान से ज्यादा कौशल और तकनीकी ज्ञान पर जोर दिया जा रहा है। देश के हर कोने के हर एक बच्चे तक शिक्षा को पहुंचाया जा रहा है। भोजन, बिजली, पानी, सड़कें, अस्पताल जैसी हर एक बुनियादी आवश्यकता को जन-जन तक उपलब्ध कराया जा रहा है। बेरोजगारी,अशिक्षा और गरीबी को दूर करने हेतु सरकार समय-समय पर नई-नई योजनाएं लाती ही रहती है। वैज्ञानिक आधार पर कृषि को बढ़ावा दिया जा रहा है। भारतीय सेना को भी आधुनिक बनाया जा रहा है। “मेक इन इंडिया” जैसी योजनाओं के तहत देश को आत्मनिर्भर बनाने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है। आने वाले कुछ ही वर्षों में देश में स्वर्णिम युग की झलक दिखाई देने लग जाएगी।
स्वर्णिम भारत के मार्ग में बाधाएं –
देश ने 2047 तक विकसित भारत का जो लक्ष्य रखा है उसे पूर्ण करने में देश को बहुत सी समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है। बेरोजगारी, खराब शासन, भ्रष्टाचार, आय और संपत्ति का असमान वितरण, लोगों में अनुशासन की कमी, अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि, धीमा औद्योगिक विकास और श्रम उत्पादकता की कमी जैसी समस्याएं आज भी जारी हैं। इन सब समस्याओं का समाधान किए बिना विकसित और स्वर्णिम भारत के लक्ष्य को पाना संभव नहीं है। अतः देश की सरकार को इन सभी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए इनका समाधान करना चाहिए।
निष्कर्ष –
हमारा देश भारत विश्व स्तर पर एक अद्वितीय पहचान रखता है। देश के अंदर फैली कुछ सामाजिक और आर्थिक समस्याओं का समाधान करके देश उन्नति की रफ्तार को तेज कर सकता है। सरकार को चाहिए कि समय-समय पर योजनाओं की मदद से प्रोत्साहित करके देश के नागरिकों में कर्तव्य पालन और राष्ट्रीयता की भावना को बढ़ावा दिया जाए। देश की सरकार और देश के नागरिकों के मिले-जुले प्रयासों से ही देश विकसित और स्वर्णिम भारत बन सकता है।
“निरंतर विकास की ओर बढ़ता भारत,
अपना भारत महान भारत स्वर्णिम भारत..!”
तो दोस्तों इस प्रकार से आप स्वर्णिम भारत पर निबंध तैयार कर सकते हैं। आपको यह निबंध कैसा लगा आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं अगर Swarnim Bharat par nibandh की यह पोस्ट आपके लिए हेल्पफुल होती है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें और हमें अपने सुझाव कमेंट करके अवश्य बताएं। धन्यवाद!